दाउद इब्राहिम – कैसे बना दुनिया का इतना बड़ा डॉन?

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12 मार्च 1993, ये इंडियन हिस्ट्री का एक ऐसा काला दिन था, जिस दिन एक के बाद एक करीब 12 बम ब्लास्ट के वजह से भारत की फाइनेंसियल कैपिटल मुंबई खौफ में थी, और इस ब्लास्ट के पीछे नाम आया, डॉन दाउद इब्राहिम का।

दाउद इब्राहिम एक ऐसा नाम जो कई लोगों के दिलों में खौफ पैदा कर देता है, एक ऐसा नाम जो काफी organized तरीके से क्राइम करता है, और एक ऐसा नाम जो रहस्य और साज़िश में डूबा हुआ है।

आखिर कौन है ये डॉन दाउद इब्राहिम?, कैसे बना यह डॉन जगत का शहंशाह?, क्यों लोगों के दिलों में इसका इतना खौफ है?, कैसे करता था यह क्राइम?, कैसे दाउद इब्राहिम अंडरवर्ल्ड का बादशाह बना?, क्या डॉन दाउद इब्राहिम मर गया, और यदि नहीं मारा तो आखिर कहाँ गया? ऐसे हीं कुछ ज़रूरी फैक्ट्स के बारे में आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे, तो बने रहें मेरे साथ।

Don Dawood Ibrahim Real Facts in Hindi

दाउद इब्राहिम की शुरू की जिंदिगी | Early Life of Dawood Ibrahim

25 दिसंबर 1955 को मुंबई (पहले बम्बई) के डोंगरी में जन्में दाउद इब्राहिम कास्कर का परिवार बहुत ही साधारण परिवार था। उनके पिता इब्राहिम कास्कर मुम्बई पुलिस में कांस्टेबल थे, वहीँ उनकी माँ अमीना बाई हाउसवाइफ थीं। साधारण परिवार होने के बावजूद दाउद की जिंदिगी में बहुत बढ़ा बदलाव आया।

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मुम्बई की चहल-पहल गलियों में पले-बढ़े दाउद को शहरी जिंदिगी के harsh realities का सामना करना पड़ा और बहुत जल्द ही दावूद अपने आस-पास के लोकल गैंग से प्रभावित हो कर छोटे मोटे क्राइम की दुनिया में फंस गया।

कैसे दाउद इब्राहिम अंडरवर्ल्ड का बादशाह बना?

दाउद का क्रिमिनल अंडरवर्ल्ड 1970 के आखिरी दशक में शुरू हुआ। दाउद ने खुद का एक गैंग बनाया, जो बाद में D-कंपनी के नाम से फेमस हुआ। यह गैंग जल्द ही Smuggling, Extortion और contract killing के वजह से काफी मशहूर हो गया।

दाउद का प्रभाव तेजी से बढ़ा और 1980 के आखिरी दशक तक उसने खुद को मुम्बई के अंडरवर्ल्ड का बादशाह साबित कर दिया। उसकी ये बादशाहत भारत से आगे बढ़कर दुबई और मध्य एशिया तक पहुँच गयी।

1993 का मुम्बई बम ब्लास्ट

पर सत्ता के साथ बदनामी भी आयी। 1993 में दाउद के करियर का defining moment आया। मुम्बई में कई भयानक बम ब्लास्ट हुए, जिनमें 250 से ज़्यादा लोग मारे गए और 700 से ज़्यादा घायल हुए। इन हमलों का ज़िम्मेदार डॉन दाउद इब्राहिम को माना गया, क्यूंकि indirectly कुछ सबूत उसपर और उसके D-कंपनी पर इशारा कर रहे थे।

इसके बाद इंडियन गवर्नमेंट ने दाउद की तलाश में एक बहुत बड़ा अभियान चलाया, लेकिन दाउद पहले ही देश छोड़कर भाग चूका था। तब से दाउद इब्राहिम भारत का मोस्ट वांटेड आदमी बन गया, जिसका सही ठिकाना आज तक किसी को मालूम नहीं।

दाउद इब्राहिम की भगोड़े की जिंदिगी

दाउद इब्राहिम के current location यानी वो किस देश में है इसके बारे में कई अटकलें लगाई जाती रही हैं। मन जाता है कि वह पकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के प्रोटेक्शन में पकिस्तान में बस गया है। कई international warrants और प्रतिबन्ध के बावजूद दावूद अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर पकड़ से बचने में कामयाब रहा है।

अपने safe ठिकाने से ही दाउद ने अपना क्रिमिनल एम्पायर को फैलाना जारी रखा, जैसे ड्रग ट्रैफिकिंग, नकली नोट, और हथियारों की स्मगलिंग। दाउद का नेटवर्क continents यानि महाद्वीपों तक फ़ैल गया, जिससे वह ग्लोबल थ्रेट यानि पूरी दुनियां के लिए खतरा बन गया।

दाउद इब्राहिम पर प्रतिबन्ध

दाउद की activity के जवाब में 2003 में अमेरिका ने दाउद इब्राहिम को ग्लोबल terrorist यानि पूरी दुनिया का आतंकवादी घोषित कर दिया। संयुक्त राष्ट्रसंघ (UN) ने भी दसवूद पर प्रतिबन्ध लगाए, उसकी संपत्ति ज़ब्त कर लिए गए, साथ-ही-साथ उसके कहीं आने जाने पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया।

इन सारे प्रतिबन्ध और कार्यवाई के बावजूद दाउद के नेटवर्क में कोई ख़ास फर्क नहीं आया। हाँ, हाल के कुछ सालों में उसका प्रभाव कम ज़रूर हुआ है, पर दाउद इब्राहिम के एक्टिविटी के वजह से दुनियां के बड़े-बड़े दिग्गजों में हमेशा ख़ौफ़ का माहौल बना रहा है।

दाउद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर

दाउद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर का भी अंडरवर्ल्ड में काफी दबदबा था। रिपोर्ट के मुताबिक दाउद के भारत से भागने के बाद उसकी बहन हसीना ने ही उसका काम संभाला। वह रियल एस्टेट रैकेट्स, वसूली, ज़मीन का मामले जैसे कामों में माहिर थी।

हसीना अपने वक़्त में क्रिमिनल अंडरवर्ल्ड की Godmother कही जाती थी। हसीना पर kidnapping, वसूली जैसे कई चार्ज लगे पर पुख्ता सबूत होने के अभाव में उसे कोई ख़ास जेल नहीं हुई। भले ही अपने भाई से कम पर हसीना का भी अंडरवर्ल्ड में काफी नाम था।

हसीना की मौत 6 जुलाई 2014 को मुम्बई में हार्ट अटैक से हुई। हसीना पारकर पर बॉलीवुड में “Haseena Parkar” (2017) नाम से फिल्म भी बनायीं गयी।

दाउद की अनसुलझी पहेली

अभी हाल में एक खबर फैली कि दाउद को किसी ने ज़हर दे कर मार डाला, पर यह भी एक अफवाह निकला, क्यूंकि दाउद ने राइट हैंड छोटा शकील ने न्यूज़ रिपोर्टर से बात कर बताया कि दाउद को कुछ नहीं हुआ और वह इस हमेशा की तरह इस साल भी बड़े धूम-धाम से अपना जन्म दिन मनाने वाले हैं।

अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो ऊपर वाला ही जानता है पर इतना तो तय है कि आज भी डॉन दाउद इब्राहिम फरार है और उसका सही ठिकाना आज भी कोई नहीं जानता।

मुम्बई के एक गली के गुंडे से लेकर Global crime lord तक दाउद की जिंदिगी क्राइम और पावर के इर्द-गिर्द घूमती है।

डॉन दाउद इब्राहिम की अच्छाई

दाउद के जिंदिगी के कुछ अच्छे हिस्से भी हैं। ऐसे कई ख़बरों के मुताबिक दाउद इब्राहिम और उसके दे कंपनी ने मुम्बई के ग़रीब इलाकों के बेसहारा लोगों को पैसे से, इलाज से, और गरीब लोगों की शादी करवाकर मदद की है।

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Don Dawood Ibrahim के जिंदिगी के कुछ ज़रूरी फैक्ट्स को अंत तक पढ़ने के लिए आपका शुक्रिया, इसे ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें, अपना और अपनों का ख़याल रखें, मिलते हैं ऐसे ही किसी जानकारी से भरे किसी मज़ेदार आर्टिकल में।

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