आँख खोल देने वाले रोचक तथ्य – Interesting Facts in Hindi

4.8/5 - (52 votes)

100 साल पहले एक आदमी ने अमेरिका के सभी लोगों के दिमाग को हैक करने के लिए एक जाल बिछाया था, और यह जाल इतनी शक्तिशाली थी कि अमेरिकी आज तक इस जाल से बाहर नहीं निकल पाए हैं, और तो और पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ गई। तो गज़ब का Interesting facts in Hindi बताने वाला हूँ, अंत तक पढियेगा।

तो वास्तव में क्या हुआ कि एडवर्ड बेर्नेस जिन्हें founder of propaganda कहा जाता है, उन्हें एक बार अमेरिका की सबसे बड़ी सिगरेट की कंपनी “लकी स्ट्राइक” में बुलाया गया। ताकि एडवर्ड उनके बिजनेस को तेजी से बढ़ा सकें। वहां पहुँचते एडवर्ड ने देखा कि इस बिजनेस में दो प्रॉब्लम है।

Interesting Facts in Hindi – रोचक तथ्य

पहला ये कि, उस समय की महिलाएं सिगरेट नहीं पीती थीं, इसलिए उन्हें सिर्फ पुरुषों से ही पैसा आ रहा था, और दूसरी सिगरेट की पैकेजिंग, जो कि हरे रंग की थी, देखने में बहुत भद्दी और उबाऊ थी, इसलिए एडवर्ड ने तुरंत पैकेट का रंग बदलने के लिए कहा। लेकिन इसके लिए पूरी की पूरी मशीनरी को बदलना था, और कंपनी इतना खर्च उठाने की स्थिति में नहीं थी।

इसलिए एडवर्ड ने तुरंत दूसरा समाधान निकाला। उसने तुरंत सबसे बड़ी फैशन इंडस्ट्री की खूबसूरत मॉडल्स को हायर किया, और किसी तरह उन्हें खूबसूरत से खूबसूरत हरे रंग की ड्रेस पहनने के लिए राजी किया। बस फिर क्या था, दूसरे दिन से ही अमेरिका की खूबसूरत मॉडल जहां-तहां सिर्फ हरे रंग की खूबसूरत ड्रेस में नज़र आने लगीं। अमेरिकी तो हैं हीं खूबसूरती के दीवाने, लार टपकाते हुए पीछे-पीछे चल दिए।

ऐसे हीं हरा रंग जो सबको भद्दा लग रहा था, वह अचानक से सभी को कूल और क्लासी लगने लगा। ऐसा करने के बाद भी एडवर्ड नहीं रुके, उन्होंने तुरंत सिगरेट का इस तरह से प्रचार करना शुरू कर दिया कि यह समाज महिलाओं को अपने पैरों की धुल क्यों मानता है? क्या आज की महिलाएं पुरुषों से कम हैं कि उन्हें पुरुषों की तरह सिगरेट पीने से रोका जाए? क्या केवल पुरुषों के लिए जीवन का आनंद लेने का अधिकार है, महिलाओं को कोई अधिकार क्यों नहीं है?

interesting facts in Hindi

ऐसे भड़काऊ बयान का प्रचार कर करके Edward Bernays ने औरतों में फेक फेमिनिज़्म का कीड़ा जगा दिया। जिसे देखने के बाद महिलाओं को भी लगने लगा, कि बात तो सही है कि आखिर भला मर्द ही क्यों सिगरेट पीकर जिंदिगी के सारे मज़े लुटे, हमें भी आगे आना चाहिए और दुनिया को दिखाना चाहिए कि हम महिलाएं भी किसी से कम नहीं हैं।

फिर क्या था, औरतों ने सामूहिक तौर पर सड़क पर जहाँ-तहाँ सिगरेट पीना शुरू कर दिया, ताकि वे भी दुनिया को अपनी नारी शक्ति दिखा सकें। अब ये सब करके महिलाएं पुरुषों के बराबर आयीं कि नहीं, ये तो कोई नहीं जानता। लेकिन एक बात तय है, इस तरह की मार्केटिंग से एडवर्ड और सिगरेट कंपनी ने अंधाधुंध रातोंरात पैसा छाप लिया।

आज भी बड़े-बड़े पूंजीवादी लोग ऐसे ही mind trap करके भोली-भाली जनता को अपने जाल में फंसाते हैं, और अपनी तिजोरी बड़ी चालाकी से भर लेते हैं।

इसलिए आज के इस पोस्ट Interesting Facts in Hindi में मैं ऐसे हीं आँख खोल देने वाले रोचक तथ्य बताने वाला हूँ, जिसको पढ़ने के बाद मैं दावे से कह सकता हूँ कि आप इस दुनियां को अलग नज़र से देखने लगोगे।

इसलिए इस पोस्ट को पूरा पढ़िए, बीच में देखना मत छोड़िए, क्योंकि कोई भी बात मैं अपने मन से नहीं कहने वाला हूँ। बल्कि जो चीज़ें उचित शोध और वैज्ञानिक प्रमाणों से सिद्ध होती हैं। मैं उन्हीं चीजों को बिना किसी एडिटिंग के आपके सामने रखने जा रहा हूं।

आप चाहें तो पोस्ट खत्म होने के बाद खुद से भी चेक कर सकते हैं क्योंकि नीचे मैं आपको सभी लिंक दे दूंगा। लेकिन अभी के लिए आप मेरे साथ बने रहें।

माइंड ट्रैप के Amazing Facts in Hindi

तो शुरुआत से शुरू करते हैं, कि आखिर यह माइंड ट्रैप है क्या? तो mind trap असल में एक ऐसा तरीका है जिससे दुनियां के तेज़ दिमाग वाले लोग मानव मस्तिष्क और उसके कार्यप्रणाली के चक्रों को अच्छे से समझते हैं, और फिर वो आम जनता के ऐक्शन और निर्णय को कुछ इस तरह बदल देते हैं कि भोली-भाली जनता उनके जाल में आसानी से फंस जाती है, और वो इनके इशारों पर नाचने को मजबूर हो जाती है।

चलिए आपको ये अभी लाइव दिखाता हूँ, जैसे कि मैं आपसे जिंदगी में कभी नहीं मिला हूं और ना ही आपके बारे में जानता हूं। लेकिन फिर भी आपके बारे में पांच बातें बताने जा रहा हूं, जिसकी सच्चाई सिर्फ आपको पता है और आपने कभी किसी को ये बातें नहीं बताई। इसलिए आप कमेंट करके बताएं कि मैंने कितनी बातें सही-सही बताई।

आइए शुरू करते हैं, सबसे पहले, बचपन में आपके साथ एक हादसा हुआ था, जिससे आप बाल-बहाल बचे थे और आप अभी भी इस बात के बारे में सोचते हो। दूसरा, आप हमेशा दूसरों के दर्द में खड़े रहते हो, लेकिन जब आप किसी समस्या में होते हैं तो आपके सभी दोस्त और रिश्तेदार आपसे मुंह मोड़ लेते हैं।

तीसरा, आप हमेशा चाहते हैं कि सारे लोग आपकी वजह से खुश रहें और ऐसा करते हुए आप अपनी ख़ुशी की भी परवाह नहीं करते, आप इतने अच्छे हैं। और चौथी बात यह है कि आप किसी पर भी आसानी से भरोसा नहीं करते हैं, क्योंकि past में आपके करीबी लोगों ने ही आपका भरोसा तोड़ा था।

वहीँ पांचवी बात यह है कि आपका दिल साफ है, लेकिन फिर भी आपको अभी तक अपना सच्चा प्यार नहीं मिला है। तो चलिए जल्दी से मुझे कमेंट करें और बताएं कि मैंने आपके बारे में जो पांच बातें बताई हैं, उनमें से कितनी सच हैं, क्योंकि मुझे पक्का लग रहा है कि, पांच में से कम से कम तीन सच हैं।

अब यहाँ बहुत ही interesting fact बताने वाला हूँ। मेरे पास कोई चमत्कारी शक्तियाँ नहीं हैं, बल्कि यहाँ मैंने बड़ी चतुराई से एक शक्तिशाली मनोविज्ञान का उपयोग किया है, जिसे Barnum Effect कहा जाता है। जो हमें बताता है कि हम इंसान बहुत ही चतुराई से ऐसे ही चीज़ों को अपने आप से जोड़ते हैं, ताकि हमारे मन को ऐसा लगता है कि भाई हम तो दुनियां के सबसे अच्छे इंसान हैं और बाकी दुनिया बुरी।

अगर आप ध्यान देंगे तो मैंने अपने हर बयान में आपकी तारीफ़ की है। मैंने यह दिखाने की कोशिश की है कि आप दिल से सबसे अच्छे गरीब और भोला इंसान हैं, तभी तो आपको मेरी सारी बातें लगभग सच लगीं। जबकि सच्चाई यह है कि मैं मनोविज्ञान का चतुराई से उपयोग कर रहा था। लेकिन सच बात बताऊँ, इसी डार्क साइकोलोजी का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियां और किस्मत बताने वाले ढोंगी करते हैं।

Insurance Companies का माया जाल

ये चीज़ें तो आप लोगों ने भी देखी होगी, कि वे लोग सीधे आपकी आंखों में देखेंगे और कहेंगे, “अपने परिवार के सामने अपना कर्तव्य निभाओ, हमारा सुरक्षित बीमा करा लीजिए क्योंकि हम हैं जीवन के साथ भी और जीवन के बाद भी”।

अब ज़ाहिर सी बात है कि कोई भी इंसान अपने परिवार के बारे में अच्छा ही सोचेगा, तभी तो जिन्हें इसकी ज़रूरत नहीं भी है, वे भी बेचारे भावुक होकर या दर्द के मारे अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उनके प्रोडक्ट को बिना सोचे समझे ले लेते हैं, कि कहीं कुछ अनहोनी हो गयी, तो मेरे परिवार का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा।

अब ऐसा करके एक आम आदमी का कितना फायदा हुआ ये तो मुझे नहीं पता लेकिन बड़ी इन्सुरेंस कंपनियों का टर्न ओवर 7.81 लाख करोड़ तक पहुंच गया है, और ये मैं नहीं बल्कि RBI की रिपोर्ट खुद कहती है। आप खुद देख लीजिए, आपको खुद ही पता चल जाएगा और ये लोग यहां तक ​​ऐसे ही पहुंचे हैं दोस्तों, क्योंकि ये बहुत होशियारी से मनोविज्ञान और माइंड ट्रैप का इस्तेमाल करते हैं।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आपने एक फिल्म का टिकट खरीदा और उसके लिए 500 रुपये चुकाए, लेकिन फिल्म देखने के आधे घंटे के भीतर ही आपको पता चल गया कि यह फिल्म कुछ खास नहीं है। यह एक बहुत पकाऊ फिल्म है। तो आप क्या करेंगे? ऐसी स्थिति में, पहला ऑप्शन कि आप वापस से वही 2 घंटे की पूरी फिल्म देखोगे, क्योंकि आप पहले ही 500 रुपये खर्च कर चुके हैं, इसलिए आपको वो पैसे वसूल करने हैं।

दूसरा ऑप्शन, कि आप फिल्म छोड़ देंगे और दो घंटे में कुछ ऐसा करेंगे जो वास्तव में आपको खुश कर सकता है, जैसे किसी करीबी दोस्त के साथ कॉफी पर जाना या कोई अच्छी किताब पढ़ना। आप इन दोनों विकल्पों में से कौन सा विकल्प चुनेंगे? अपना जवाब मुझे नीचे कमेंट करके बताइये।

लेकिन अगर मैं आपको एक चौंकाने वाली फैक्ट बताऊं, कि 99 प्रतिशत ऐसे में लोग पहला ऑप्शन चुनते हैं और जानबूझकर अपने दो घंटे बर्बाद करते हैं, जानते हुए भी बोरिंग फिल्म देखने बैठ जाते हैं। क्योंकि उन्हें टिकट के 500 रुपये वसूल करने हैं, इसे ही Sunk Cost Fallacy कहते हैं। और इसी साइकोलोजी का इस्तेमाल करके बड़े-बड़े पूंजीवादी मूवी का छोटा सा ट्रेलर या stock market का छोटा सा मुनाफा दिखाकर के भोली-भाली जनता का टाइम और पैसा आसानी से लूट लेते हैं।

फिर एक बार जब पैसे stock market में इन्वेस्ट हो जाते हैं, तब बेचारी जनता को अपने फंसे हुए पैसे को वापस पाने के लिए और ज़्यादा टाइम और पैसा इन्वेस्ट करने पर मजबूर किया जाता है। अब सीधी सी बात है, कोई भी इंसान अपनी मेहनत की कमाई को इस तरह बर्बाद होते हुए नहीं देख सकता। इसलिए बेचारा आम आदमी अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए बिना किसी जानकारी के अंधाधुंध पैसा और टाइम इन्वेस्ट करना शुरू कर देते हैं।

यही कारण है कि SEBI, जो शेयर बाजार की पुलिस है, उनकी रिपोर्ट खुद ये बताती है कि 10 में से 9 लोग इसी interesting माइंड ट्रैप के कारण शेयर बाजार में अपना पैसा खो देते हैं। क्योंकि वे किसी समझदारी से नहीं बल्कि Sunk Cost Fallacy जैसे माइंड ट्रैप में फंस कर अपना पैसा इन्वेस्ट करते हैं। क्यूंकि असल में वहां कुछ पूंजीवादी और चालाक लोग बैठे ही हैं, हमारे जैसे आम आदमी को मनोवैज्ञानिक तरीके से ठगने के लिए।

Supermarket Experiment – Trending Facts in Hindi

एक सुपरमार्केट में दो प्रयोग किए गए जहां पहले प्रयोग में लोगों के सामने टेबल पर 24 अलग-अलग प्रकार के ब्रेड जैम रखे गए ताकि लोग इसे मुफ्त में टेस्ट कर सकें और उसके बाद, यदि पसंद आये तो खरीद भी सकते हैं। अब इतनी सारी वैरायटी के जाम वो भी फ्री में टेस्ट करवाएंगे तो भारत के लोग तो टूट ही पड़ेंगे न, और हुआ भी वही, अंधाधुंध भीड़ जमा हो गयी या यूँ कहें कि सुपरमार्केट के लगभग 60 प्रतिशत ग्राहक वहां चले गए, लेकिन अंत में क्या हुआ? क्या आप जानते हैं कि वास्तव में केवल तीन प्रतिशत लोगों ने ही जाम खरीदा।

लेकिन दूसरी बार में, उन लोगों ने बाकी सभी बोतल हटा दिए। उन्होंने मेज पर केवल छह प्रकार की ब्रेड जाम ही रखी। अब यह स्पष्ट था कि विकल्प कम थे, इसलिए इस बहुत कम लोग आए। ऐसे में तो ज़ाहिर सी बात है कि ग्राहक कम तो बिक्री भी कम, पर यहाँ मैं आपको एक interesting fact बताऊँ?

जितने लोग आए थे, 30 प्रतिशत ग्राहक पैसे देकर जाम खरीदकर गए। लेकिन यह कैसे हो सकता है, दूसरे बार में चार गुना कम ऑप्शन दिए न, लेकिन इसके बावजूद उनकी बिक्री 10 गुना कैसे बढ़ गई?तो इस interesting fact को कहते हैं “The Paradox of Choice“, जो बताता है कि हम इंसानों को शुरुआत में ज्यादा विकल्प पसंद आते हैं लेकिन एक समय के बाद ज़्यादा विकल्प हमारे दिमाग को कन्फूज़ कर देता हैं और हम कोई उचित निर्णय नहीं ले पाते हैं।

फिर केवल इन विकल्प के माया जाल में फंस कर हम रह जाते हैं। सच कहूं तो, इस डार्क माइंड ट्रैप का इस्तेमाल अश्लील वीडियो बनाने वाली इंडस्ट्री भी करती है। जहां वे लोगों को अपनी वेबसाइट पर अनगिनत श्रेणी-वार अश्लील फिल्में मुफ्त में दिखाते हैं, ठीक इन जामों की तरह। अब इतने सारे विकल्प मौजूद होने के कारण लोगों का दिमाग एक-एक करके सभी विकल्पों को जांचना शुरू कर देता है। जिससे आमतौर पर लोग घंटों तक इसी माया जाल में फंसे रहते हैं।

डार्क माइंड ट्रैप के interesting facts

नतीजा यह हुआ कि, पिछले कुछ वर्षों में अश्लील वीडियो के यूजर्स में ज़्यादातर लोग छोटे-मोटे निर्णय को भी खुद से लेने की शक्ति लगभग खोते जा रहे हैं। इसलिए आप खुद देख पाएंगे कि 30 साल की उम्र तक पहुंचने के बाद भी इस देश का युवा करियर में आगे क्या करना है, ये सोच भी नहीं पाता है। यानी एक तरह से इस तरह के लत वाले लोग दिमागी रूप से बेवक़ूफ़ होते जा रहे हैं। वहीं लोगों में भयंकर तरीके से डिप्रेशन जैसी चीजें उत्पन्न होने लगी हैं।

अब ये सब जानते हुए भी कुछ पूंजीवादी लोग जान-बूझ कर इस पर कोई रोक नहीं लगा रहे हैं। क्यूंकि जितने ज़्यादा लोग कमज़ोर और बेवकूफ़ होते जायेंगे, उतने ही बड़ी आसानी से लोग इनके माया जाल में फँसते चले जायेंगे। क्योंकि ऐसे लोगों में कुछ बड़ा करने की छमता तो बचेगी ही नहीं। इसलिए ज़्यादातर लोग आपको इन पूंजीवादी लोगों की गुलामी करते नज़र आएंगे।

Matrix Trending Facts in Hindi

यह काली इंटरेस्टिंग फैक्ट सभी जानते हैं, लेकिन आपको कोई बताएगा नहीं। ऐसी ही डार्क माइंड ट्रैप का इस्तेमाल करके बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़ी चालाकी से आम आदमी के दिमाग को हैक कर लेती हैं और अपना बड़ा खजाना भर लेती हैं। आप खुद सोचिए कि जो शक्तिशाली व्यक्ति दुनिया के किसी भी बड़े-से-बड़े युद्ध को सिर्फ दो मिनट में एक फ़ोन कॉल से रोक सकता है, वह कैसे एक छोटी सी अश्लील वीडियो की वेबसाइट को बंद नहीं करा सकता।

लेकिन वो इसे बंद नहीं करवाते, क्योंकि वे खुद चाहते हैं कि आम जनता ऐसी ही माया जाल में फंसकर मानसिक रूप से कमजोर और मूर्ख बनी रहे, ताकि वो खुद टॉप बनकर दुनिया के शीर्ष पर राज कर सकें और बाकी लोग केवल उनकी सेवा और नौकरी करते रहें।

Proof links

इल्लुमिनाति का सच – राज़ खोला तो मौत तय

कैसे अब आपकी जासूसी की जा रही है- जानिये सच

डार्क वेब की काली दुनिया जो हमसे छिपी हुई है

इसीलिए बड़े पैसे वाले लोग कभी नहीं चाहते कि आप इस मैट्रिक्स से बाहर निकलें। लेकिन अगर आप सही में इस मैट्रिक्स के बारे में जानना चाहते हैं और इससे बाहर निकलना चाहते हैं, तो अभी इसे पढ़िए।

आपको यह पोस्ट Interesting Facts in Hindi कैसा लगा कृपया हमें कमेंट करके बताएं और इसे शेयर भी करें। पोस्ट पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

Leave a comment