Hydroponics Kya Hai – बिना मिट्टी के पानी में खेती

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क्या आपने कभी बिना मिट्टी के खेती के बारे में सुना है? जी हाँ बिना मिट्टी के पानी में खेती की जाती है। ये एक हाई टेक्नोलॉजी की खेती है, जिसको करने के लिए किसी भी तरह की मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती। तो आईये आसान भाषा में जानते हैं कि Hydroponics Kya Hai और इसे कैसे किया जाता है?

अक्सर लोग इंटरनेट पर सर्च करते रहते हैं कि हाइड्रोपोनिक्स क्या है? हाइड्रोपोनिक्स कैसे किया जाता है? हाइड्रोपोनिक्स के क्या महत्व हैं? इत्यादि लेकिन पूरे इंटरनेट पर हिंदी में Hydroponics के बारे में पूरी सही जानकारी नहीं दी गयी है। ताकि कोई इस तकनीक से खेती या बागबानी कर सके।

इसीलिए मैं आपलोग के लिए एक Hydroponic सीरीज अपने इस वेबसाइट पर डालूंगा, जिसके ज़रिये Hydroponics का A to Z तरीका आपको बताऊंगा। मैं यहाँ पर आपको hydroponic Nutrient भी बनाना सीखा दूंगा।

Hydroponics Kya Haiहाइड्रोपोनिक्स क्या है?

हाइड्रोपोनिक एक लैटिन वर्ड है, जिसका मतलब होता है बिना मिट्टी के खेती या पानी में खेती। यह इजराइल की तकनीक है, जिसे अंतरिक्ष में या चाँद या कोई और ग्रह पर प्लांट उगाने या खेती करने के लिए किया गया था। हाइड्रोपोनिक्स बिना मिट्टी के, पानी में ऐसी बागबानी या खेती की नई तकनीक है, जिसमें ज़हर मुक्त, साफ़ पोषक तत्व से भरपूर सब्ज़ी, फल मिलते हैं। इसे आप अपने घर के छत पर भी कर सकते हैं, क्यूंकि मिट्टी न होने के वजह से यह काफी हल्का सेटअप होता है।

Hydroponic Farming पानी में होती है, लेकिन क्यूंकि पानी में वो सारे तत्त्व या नुट्रिएंट मौजूद नहीं हैं जो एक पौधे को सही से बढ़ने या फूल और फल देने के लिए चाहिए। इसलिए पानी में या कम टीडीएस वाले पानी में प्लांट के ज़रुरत के मुताबिक अलग-अलग nutrient डाले जाते हैं। इस तरह यह टेक्नोलॉजी काफी हद तक कंट्रोल आपके हाँथ में देती है, यानि आप जिस तरह से प्लांट को grow करना चाहते हैं करा सकते हैं।

अब जैसे प्लांट के शुरूआती टाइम में vegetative growth (पौधे की पत्ती और शाखाओं का बढ़ना) अच्छे से होना चाहिए, तब पौधे को ज़्यादा मात्रा में नाइट्रोजन की ज़रुरत होती है। विभिन्न जगह के मिट्टी में अलग-अलग नुट्रिएंट्स खनिज होते हैं, अब चुकी हाइड्रोपोनिक पानी में की जाती है तो पानी में आप vegetative growth के वक़्त नाइट्रेट यानि नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

हाइड्रोपोनिक्स कैसे किया जाता है / कैसे काम करता है?

हाइड्रोपोनिक सिस्टम एक controlled system होता है। यह indoor होता है यानी पोलीहॉउस बनाकर एक कंट्रोल्ड environment पर्यावरण में। मिट्टी वाली खेती क्यूंकि बाहर खुले में होती है इसलिए कीड़े, मिट्टी से फंगस जिसके वजह से पौधे में बीमारी होती है। वहीं hydroponics में ऐसा कुछ मसला नहीं होता जिसके वजह से प्लांट की वृद्धि यानि ग्रोथ अच्छी होती है।

अब ज़ाहिर सी बात है, जब कीड़े न लगेंगे तो कीटनाशक का छिड़काव भी न होगा। यानी ज़हर मुक्त सब्ज़ी फल। Hydroponics से उगे हुए सब्ज़ी या फल स्वाद में भी ज़्यादा अच्छे होते हैं। अब जैसे टमाटर को ही लेलें, टमाटर में जो भी पोषक तत्त्व होने चाहिए वो हम नुट्रिएंट के ज़रिये पौधे को दे देते हैं। जिसके वजह से टमाटर का स्वाद भी अच्छा होगा और ज़्यादा पोषक भी होगा।

hydroponics kya hai in hindi

Hydroponics में पानी यानी नुट्रिएंट घोल का टीडीएस (TDS) और pH लेवल का बहुत ध्यान रखना होता है। pH लेवल यदि सही रहेगा तभी पौधे का जड़ पानी में घुले हुए नुट्रिएंट को सोखेगा। यह pH लेवल 5.5 से 6.5 तक ही होना चाहिए। ग्रोथ के हर स्टेज पे नुट्रिएंट घोल का टीडीएस लेवल अलग-अलग होता है।

सब्ज़ीTDS (PPM में)
बीन्स1400-2800
बीटरूट1260-3500
पत्ता गोभी1750-3400
सेम1260-1740
शिमला मिर्च1250-1540
गाजर1120-1400
फूल गोभी1050-1400
खीरा1120-1750
लेटुस Lettuce560-840
मटर980-1260
भिंडी1400-1680
पालक1260-1610
Hydroponics TDS chart table in hindi

Hydroponics करने के लिए क्या-क्या चाहिए?

अगर आप अच्छे से हीड्रोपोनिक्स करना चाहते हैं, तो कुछ सामान की आपको ज़रुरत होगी। इनके बारे में आपको बता देता हूँ, और ऑनलाइन आर्डर करने के अच्छे रेटिंग वाले सामान कहाँ से ऑर्डर कर सकते हैं वो लिंक भी दे देता हूँ ताकि आपको आसानी हो जाये।

Growing Media – ग्रोइंग मीडिया

हाइड्रोपोनिक पौधे अक्सर इनर्ट यानि निष्क्रिय मीडिया में उगाए जाते हैं, ये पौधे के जड़ को पकड़ कर रखते और इसके वजन को सँभालते हैं। ग्रोइंग मीडिया मिट्टी के जगह है, पर यह पौधे को कोई नुट्रिएंट मतलब पोषण प्रदान नहीं करता है। इसके बजाय या नुट्रिएंट वाटर को सोख कर नमी और पोषक तत्वों को बनाये रखता है जिसे यह पौधे तक पहुंचाता है। कई growing media न्यूट्रल pH वाले होते, इसलिए वे नुट्रिएंट घोल के pH लेवल के संतुलन को बनाये रखते हैं।

वैसे तो बहुत सारे ग्रोइंग मीडिया ऑनलाइन उपलब्ध हैं, लेकिन pH बैलेंस्ड CocoPeat growing media के Amazon लिंक मैं आपको देता हूँ।

Air stones and air pumps – एयर स्टोन और एयर पंप

अगर पानी अच्छे से aerated यानि ऑक्सीजन युक्त न हो तो पानी में डूबे पौधे जल्दी ही मर सकते हैं। Air Stone वायु पत्थर आपके नुट्रिएंट घोल के ड्रम, बाल्टी में घुलित ऑक्सीजन के छोटे बुलबुले फैलाते हैं। ये बुलबुले घोल में घुले पोषक तत्वों को समान रूप से वितरित करने में भी मदद करते हैं। एयर स्टोन खुद ऑक्सीजन उत्पन्न नहीं करते हैं।

उन्हें अपारदर्शी फ़ूड ग्रेड प्लास्टिक ट्यूब के माध्यम से एक बाहरी air pump वायु पंप से जोड़ा जाना चाहिए (अपारदर्शिता शैवाल के विकास को रोक देगी)। अच्छी quality के air stone and air pump खरीदने के लिए Amazon link दे रहा हूँ।

Net pots – नेट पॉट्स

नेट पॉट जालीदार कप की तरह प्लांटर्स हैं जिनमें हाइड्रोपोनिक पौधे रखे जाते हैं। जालीदार कप जड़ों को बर्तन के किनारों और तली से बाहर बढ़ने देती है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का अधिक संपर्क होता है। पारंपरिक मिट्टी या प्लास्टिक के बर्तनों की तुलना में नेट के बर्तन बेहतर जल निकासी भी प्रदान करते हैं।

अच्छे और सस्ते नेट पॉट्स ऑनलाइन खरीदने के लिए Amazon लिंक दे रहा हूँ, पहले rating देखें फिर खरीदें।

हाइड्रोपोनिक्स कितने प्रकार से होता है?

हाइड्रोपोनिक्स मुख्य रूप से 6 प्रकार से होता है। Hydroponics को Growing media based बांटा जाता है, जैसे किसी में CocoPeat यानि नारियल के छिलके का चूर इस्तेमाल होता है। वहीँ कहीं पर clay ball यानी मिट्टी से छोटे बॉल media यानि माध्यम के तौर पर इस्तेमाल होते हैं। Medium का इस्तेमाल सिर्फ पौधे के जड़ को पकड़ कर रखने यानि सहारा देने के लिए होता है।

  1. Deep Water Culture – डीप वाटर कल्चर हाइड्रोपोनिक्स
  2. Nutrient film technique system NFT – नुट्रिएंट फिल्म टेक्निक हाइड्रोपोनिक
  3. Aeroponics – एरोपोनिक्स हाइड्रोपोनिक्स
  4. Drip System – ड्रिप सिस्टम हाइड्रोपोनिक
  5. Ebb & Flow – एब्ब एंड फ्लो हाइड्रोपोनिक्स
  6. Wick System – विक सिस्टम हाइड्रोपोनिक

Deep Water Culture Hydroponics – डीप वाटर कल्चर

Deep Water Culture Hydroponics को DWC के नाम से भी जाना जाता है। यह सबसे आसान हाइड्रोपोनिक सिस्टम होता है। इसमें प्लांट यानि पौधे का जड़ aerated water (ऐसा पानी जिसमें हवा मिक्स करने वाला पंप लगा हो) में डूबा रहता है। हाइड्रोपोनिक्स से बिजनेस करने वालों में DWC बहुत प्रसिद्ध हाइड्रोपोनिक सिस्टम है।

DWC Hydroponics kya hai in hindi
DWC hydroponics in hindi

DWC Hydroponics में पानी का aeration होते रहना बहुत ज़रूरी है। ऐसा न होने से पानी में ऑक्सीजन नहीं आ पाता, जिससे पौधे का जड़ बिना ऑक्सीजन वाले पानी में देर तक डूबे रहने से सड़ने लगता है। जिससे प्लांट को बहुत नुकसान होता है।

घर पर Deep Water Culture Hydroponics बनाना बहुत आसान है। आपको कोई एक कंटेनर या चौड़े मुँह वाली बाल्टी या गमला और Styrofoam या थर्मोकोल लेना है, इसमें नेट कप के साइज का गोलाकार छेद बना लेनी है। एक air stone पंप खरीद लेनी है, बस बन गया आपका डीप वाटर कल्चर सिस्टम। वैसे अगर आप air stone पंप न लेना चाहें तब भी काम चल सकता है। उसके लिए मैं आपके लिए एक अलग पोस्ट लिखूंगा, जिसमें सब जुगाड़ बताऊंगा।

Nutrient film technique system NFT – नुट्रिएंट फिल्म टेक्निक एनएफटी

एनएफटी हाइड्रोपोनिक्स में नुट्रिएंट वाटर की एक लेयर प्लांट के जड़ से छूकर बहती है। NFT System भी बहुत आसान टेक्निक है, इसीलिए कमर्शियल लेवल पर इसको बहुत इस्तेमाल किया जाता है। नुट्रिएंट वाला पानी पौधे के जड़ को छूकर touch होकर जाता है, तब पौधे का जड़ इससे नुट्रिएंट उठा लेता है और प्लांट तक पहुंचाता है।

NFT Hydroponics kya hai in hindi
Photo by Pragyan Bezbaruah on Pexels.com

DWC सिस्टम में air stone पंप की आवश्यकता होती है जबकि इसमें वाटर पंप की ज़रुरत होती है। NFT Hydroponics में पाइप के चैनल बने होते हैं, इन पाइप में नेट कप के साइज के छेद होते हैं। ये सारे पाइप इस तरह से जुड़े होते हैं कि ड्रम, या बाल्टी में रखे नुट्रिएंट वाटर को जब पंप सर्कुलेट यानी बहाता है तब एक पाइप से दूसरे पाइप में होते हुए वापस ये नुट्रिएंट वाटर ड्रम में आ जाता है। फिर यही प्रक्रिया चलते रहती है।

इस तरह से आप देख सकते हैं कि में पानी की बहुत बचत होती है। अगर 50 पौधे के लिए आप 50 लीटर पानी एक ड्रम में रखते है तो कम से कम 1 महीने तक का फुरसत हो जाता है।

Aeroponics Hydroponic System – एरोपोनिक्स हाइड्रोपोनिक

Aeroponics में वर्टिकल ऊँचे पाइप में पौधे लगे होते हैं, जिनके जड़ पाइप के भीतर हवा में लटके रहते हैं। इन जड़ों पर नुट्रिएंट वाटर का स्प्रे किया जाता है। नुट्रिएंट वाला पानी एक कंटेनर या ड्रम में रखा होता है, जिससे एक हाई प्रेशर वाटर पंप जुड़ा होता है। यह पंप टाइमर से जुड़ा होता है। टाइमर हर कुछ सेकंड या मिनट पर मोटर पंप को on-off करते रहता है, जिससे प्लांट के roots गीले रहते हैं।

Hydroponics Kya Hai
Aeroponics In Hindi Hydroponics

प्लांट के जड़ों को हवा में लटके होने से ऑक्सीजन भरपूर मात्रा में मिलता है और पौधे बहुत तेज़ी से बढ़ते रहता है। एरोपोनिक्स मेथड सबसे कम पानी इस्तेमाल होने वाला हाइड्रोपोनिक सिस्टम है। इसमें मिट्टी में खेती के अपेछा 95% कम पानी लगता है।

हाइड्रोपोनिक्स के क्या महत्व हैं?

हाइड्रोपोनिक्स पानी में खनिज पोषक तत्वों (नुट्रिएंट) के घोल का उपयोग करके मिट्टी के बिना पौधे उगाने की एक विधि है। पारंपरिक मिट्टी आधारित खेती की तुलना में यह बिना मिट्टी के खेती कई तरह से फायदेमंद है। यहां hydroponics के कुछ महत्व बताता चलूँ:

पौधों का तेजी से विकास: Hydroponics से उगाए गए पौधे अक्सर मिट्टी में उगाए गए पौधों की तुलना में तेजी से बढ़ते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पानी के घोल में मौजूद नुट्रिएंट यानि पोषक तत्व पौधे तक सीधे पहुँच जाते हैं। जिससे पौधे की काफी ऊर्जा खर्च होने से बच जाती है, जो मिट्टी में पोषक तत्वों की खोज में खर्च हो जाती।

बढ़ी हुई उपज: नियंत्रित पर्यावरण और प्रत्यक्ष पोषक तत्वों (nutrients) की पहुंच के कारण, कई हाइड्रोपोनिक तकनीक यानि बिना मिट्टी के खेती, पारंपरिक मिट्टी-आधारित खेती की तुलना में अधिक उपज दे सकती हैं।

पानी की बचत: हाइड्रोपोनिक्स अक्सर पारंपरिक खेती की तुलना में कम पानी का उपयोग करते हैं क्योंकि हाइड्रोपोनिक सिस्टम में वही पानी बार-बार इस्तेमाल होता है। यह पानी की कमी वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

जगह की बचत: पौधों को अक्सर hydroponics में नज़दीक उगाया जा सकता है क्योंकि उन्हें पोषक तत्वों की तलाश में अपनी जड़ों को फैलाना नहीं पड़ता। इसका मतलब है कि आप कम जगह में अधिक पौधे पैदा कर सकते हैं।

मिट्टी की आवश्यकता नहीं: मिट्टी की आवश्यकता को समाप्त करके, आप उन जगहों पर हाइड्रोपोनिक सिस्टम स्थापित कर सकते हैं जहां मिट्टी खराब है, बंजर है या जगह कम है जैसे शहरी इलाका या रेगिस्तानी क्षेत्र।

कीटनाशकों और शाकनाशी का कम उपयोग: चूँकि hydroponics में कोई मिट्टी नहीं होती इसलिए मिट्टी के कीट का खतरा नहीं हैं, इसलिए कीटनाशकों की कम आवश्यकता होती है। इसके अलावा, क्योंकि हाइड्रोपोनिक्स में कोई मिट्टी नहीं है, तब कोई खरपतवार नहीं हैं, जिससे शाकनाशी की आवश्यकता नहीं है।

पोषक तत्वों पर नियंत्रण: पोषक तत्वों यानि नुट्रिएंट के स्तर पर आपका पूरा नियंत्रण होता है, जिसका अर्थ है कि आप पौधों की विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर मिश्रण को उसी आधार पर तैयार कर सकते हैं। इससे उच्च गुणवत्ता वाली उपज प्राप्त की जा सकती है।

साल भर उत्पादन: हाइड्रोपोनिक्स को नियंत्रित पर्यावरणीय परिस्थितियों में घर के अंदर किया जा सकता है, जिससे बाहरी मौसम की स्थिति की परवाह किए बिना साल भर उत्पादन किया जा सकता है।

मिट्टी से होने वाले रोगों में कमी: चूंकि हाइड्रोपोनिक सिस्टम में कोई मिट्टी नहीं होती है, इसलिए कई सामान्य मिट्टी से होने वाले रोगों से बचा जा सकता है।

घर के छत पर भी कर सकते हैं: Hydroponics को छतों से लेकर गोदामों तक विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया जा सकता है, जिससे यह शहरी खेती के लिए एक अच्छा आईडिया है।

hydroponics kya hai in hindi
Chhat par NFT hydroponics in hindi

पर्यावरण के अनुकूल: उचित प्रबंधन के साथ, hydroponic system पारंपरिक खेती की तुलना में अधिक टिकाऊ हो सकती है। कीटनाशकों का कम उपयोग, कम पानी का उपयोग, और किसानों को खेती के लिए कम ज़मीन देना होगा, ये सभी पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में योगदान कर सकते हैं।

आसान Hydroponics: शारीरिक रूप से अक्षम या मिट्टी के साथ काम करने में चुनौतियों वाले व्यक्तियों के लिए, हाइड्रोपोनिक्स बागबानी के लिए अधिक सुलभ तरीका प्रदान करता है।

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निचोड़ – Hydroponics Kya Hai

हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponics) के कई लाभ हैं, लेकिन इसकी चुनौतियों के बारे में भी जागरूक होना आवश्यक है। इनमें प्रारंभिक सेटअप लागत, लगातार निगरानी की आवश्यकता, बिजली कटौती की संवेदनशीलता और पानी में पनपने वाली बीमारियों के साथ संभावित मुद्दे शामिल हो सकते हैं। सही जानकारी होने से ये सारे मुद्दे कोई फर्क नहीं डालते। इसे शेयर करें, और अगर कोई सवाल है तो नीचे कमेंट सेक्शन में पूछें।

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